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CG Poem Maa Baap Ke Liye | कलयुग मा पाप बढ़े

CG Poem Maa Baap Ke Liye CG Poems

CG Poem Maa Baap Ke Liye  कलयुग मा पाप बढ़े
CG Poem Maa Baap Ke Liye

कलयुग मा पाप बढ़े ,

अऊ मनखे करे  अत्याचार


मॉ बाप ला मारके बेटा ,

दुरिया ले करे धुतकार


मॉ बाप के सेवा करके,

पाबे  सरग के दुवार


मॉ बाप के सेवा करईय्या ,

नई मिले श्रवन कुमार


हाय राम पापी कल्युग के रचना ला

रचे तैं काबर


मनखे मन के अत्यचार देखके,

कलपे अंतस हा माेर 


कलयुग के नाश करे बर,

कब लेबे कलंकनि अवतार


प्रहलाद पुरबिया परे पईय्या,

सिरि राम पालनहार

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